Best Dhoka Shayari in Hindi: बेस्ट धोखा शायरी हिंदी 2025
क्या आपने भी किसी अपने से धोखा खाया है? दिल टूटने का दर्द शब्दों में बयां करना कितना मुश्किल होता है! “जिसे अपना समझा, वही बना गैर” – यह वाक्य हर उस इंसान के दिल की आवाज़ बन जाता है जिसने प्यार में धोखा खाया हो। 2025 में हम आपके लिए लेकर आए हैं ऐसी Dhoka Shayari जो आपके दिल के दर्द को शब्दों में पिरोती हैं! इस संग्रह में विश्वासघात, झूठे वादे, और टूटे हुए रिश्तों की कहानियां शामिल हैं जो न केवल आपके दर्द को बयान करेंगी बल्कि आपको यह एहसास भी दिलाएंगी कि इस दर्द में आप अकेले नहीं हैं। चाहे प्यार में धोखा हो या दोस्ती में विश्वासघात, इन शायरियों के जरिए अपने दिल की बात कहें और अपने जज़्बातों को हवा दें!
Dhoka Shayari Hindi
भरोसा जितना कीमती होता है
धोखा उतना ही महंगा हो जाता है।
वो मासूम चेहरा मेरे ज़हन से निकलता ही नहीं
दिल को कैसे समझाऊं कि धोकेबाज़ था वो।
वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले
पता नहीं क्यों दिल में बसते ही धोकेबाज़ हो गया।
तुमने हमें धोखा दिया मगर तुम्हें प्यार मिले
हमसे भी ज्यादा दीवाना तुम्हें कोई यार मिले।
यकीन था कि तुम धोखा दोगे मुझे
खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे।
धोके की सब राहें किताबों में लिख दी हैं
प्यार की कहानियों में कोई और हकीकत होती है।
जितना यार के करम पर भरोसा हुआ मुझे
उतना मेरे यार ने धोखा दिया मुझे
सिर्फ धोखा ही दे सके वो
आखिर उनकी औकात इतनी ही थी।
किसने वफा के नाम पर धोखा दिया मुझे
किससे कहूँ कि मेरा गुनहगार कौन है।
पहले इश्क, फिर धोखा, फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क ने तबाह कर दिया।
कहीं धोके में आँखें हैं तो
कहीं आँखों में धोका है।
उसके वादों का ज़िक्र मत करो
मैं शर्मिंदा हूँ भरोसा कर के।
Pyar Me Dhoka Shayari

मोहब्बत कर के देखी है, मोहब्बत साफ धोखा है
ये सब कहने की बातें हैं, कौन किसी का होता है।
रोज़ रोते हुए कहती है, ये ज़िंदगी मुझसे
सिर्फ एक धोकेबाज़ के खातिर मुझे यूँ बर्बाद न कर।
साथ निभाना तुम्हारे लिए आसान न था
तुमने धोखा देकर मुझे बदनाम कर दिया।
धोखा तुमने मुझे क्यों दिया
प्यार तो तुमने सच्चा किया था।
धोखा खा कर भी हम ज़िंदा हैं
तेरे दर्द के साथ भी हम ज़िंदा हैं।
जो इन मासूम आँखों ने दिया
वो धोके हम आज तक खा रहे हैं।
कमबख्त दिल को अगर इश्क़ में लगाओगे
लिख के ले लो, धोखा जरूर पाओगे।
महफिल में चल रही थी हमारी कत्ल की तैयारी
हम आए तो बोले, बहुत लंबी उम्र है तुम्हारी।
ताज्जुब है कि इश्क़ और आशिकी से
अभी कुछ लोग धोखा खा रहे हैं।
अब भी बाकी है तेरे दिल में थोड़ा सा ख़लूस
इससे पहले भी हमें यही धोखा हुआ।
तुमने मुझे अचानक कुछ ऐसा दर्द दे दिया
धोके का तोहफा मेरे दिल को दे दिया।
दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है
धोखा खा कर बताना बड़ा मुश्किल है।
दिल तो पहली बार ही टूटा था
बाद में तो उसने ज़िद कर ली थी धोखा खाने की।
कौन है इस जहाँ में जिसे धोखा नहीं मिला
शायद वही है ईमानदार जिसे मौका नहीं मिला।
Dhoka Shayari in Hindi 2 Lines
मुझे मंज़िलों का शऊर था, मुझे रास्तों ने थका दिया
कभी जिन लोगों पर घमंड था, उन्होंने ही दगा दिया।
तेरे ख़लूस ने बर्बाद कर दिया
फरेब खाते तो अब तक संभल गए होते।
ग़रज़ की दोस्ती थी, मतलब का ज़माना था
दिल में दुश्मनी थी, दोस्ती तो बहाना था।
दिल के अच्छे लोगों की कदर करना हमेशा तुम
शकल की आड़ में अक्सर ही धोकेबाज़ होते हैं।
वैर उस कदर شديد था कि दुश्मन ही कर सके
चेहरा मगर ज़रूर किसी आशना का था।
अपने दुपट्टे से दीजिए हमें फांसी, जानां
रुकें जो सांसें तो कुछ-कुछ सुरूर भी आए।
जिन पर आप आँखें बंद कर के भरोसा करें
अक्सर वही आपकी आँखें खोल देते हैं।
जिसकी चोट पर हमने मरहम लगाए
हमारे लिए फिर उसने नए खंजर मंगाए।
दुश्मनी में कहाँ वो होते हैं
दोस्ती में जो वार मुमकिन हैं।
शिकायत मौत से नहीं अपनों से थी
जरा सी आंख क्या लगी, वो कब्र खोदने लगे।
मजबूरी के नाम पर दामन छुड़ा गए
वो लोग जिनकी बातों में दावे हजार थे।
गैरों से तो चलो शिकवा कर लेंगे
मगर जो किया अपनों ने, उनका क्या
हर शख्स तो फरेब नहीं देता
मगर अब भरोसा ज़े़ब नहीं देता।
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Dosti Me Dhoka Shayari

फक्त इंसानियत से फिर भरोसा उठ गया मेरा,
महज़ बस एक इंसान था, कभी जिसने दिया धोखा।
किरदार की अज़मत को गिरने न दिया हमने,
धोके तो बहुत खाए, धोका न दिया हमने।
जख्म लगा कर उसका भी कुछ हाथ खिला,
मैं भी धोखा खाकर कुछ चालाक हुआ।
जब धोका ही था तुम्हारी मोहब्बत,
तो झूठ अपनी लबों को कहने देते।
धोके ने छुआ दिल को तन्हा कर के,
इंसानों की मोहब्बतों की सच्चाई पर शक होता है।
मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था,
जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था।
दीवानगी का सितम तो देखो,
के धोखा मिलने के बाद भी चाहते हैं हम उनको।
कुछ लुटकर, कुछ लुटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ।
धोखा देकर ऐसे चले गए,
जैसे कभी जानते ही नहीं थे।
देखा है ज़िंदगी में हमने ये आजमा के,
देते हैं यार धोखा दिल के करीब ला के।
धोके की राहों में प्यार का रंग उड़ जाता है
दिल की बातों में कभी हकीकत छिप जाती है।
धोके की बातों का आँखों की गहराई होती है
दिल की तल्खियाँ कभी-कभी मुस्करा देती हैं।
धोके की राहों में ख्वाब तोड़ जाते हैं
मोहब्बतों की उम्मीदें अक्सर तोड़ जाती हैं।
धोके की रोशनी में प्यार की आवाज़
दिल को लगती है कुछ फूलों की महक होती है।
धोके की रोशनी से अंधेरा मिलता है
दिल को तस्सली मिलती है मगर दुख मिलता है।
एक ही अच्छी बात है इन लकीरों में,
धोखा देती हैं पर रहती हाथों में ही है।
गलती तुम्हारी नहीं, तुमने मुझे धोखा दिया,
गलती तो मेरी थी जो मैंने तुम्हें मौका दिया।
विश्वास पर धोखा शायरी

लोग यूँ ही बदनाम करते हैं बदसूरती को
धोके तो हसीन चेहरे दिया करते हैं।.
जब भरोसा टूट जाता है तब
माफी मांगने का कोई मतलब नहीं होता।.
अपने हिस्से की चाल तुम चल बैठे
हमारे इंतज़ार में रहना, कहानी खत्म करनी है।.
अगर खुद से ज्यादा किसी और पर भरोसा करोगे
तो वो आपको किसी समय ज़रूर धोखा देगा।.
विश्वास पर धोखा खाया है मैंने,
अब तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं।
जिस पर भरोसा किया, उसने धोखा दिया,
अब किसी पर विश्वास नहीं होता।
विश्वास की डोर टूट गई है,
अब तुम्हारे साथ कोई वादा नहीं।
धोखे की आग में जल गया दिल,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
विश्वास पर चोट लगी है मुझे,
अब किसी पर भरोसा नहीं होता।
जिस पर विश्वास किया, उसने तोड़ दिया,
अब तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नहीं।
धोखे की बारिश में भीग गया दिल,
अब तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं।
विश्वास की कीमत चुकाई है मैंने,
अब तुम्हारे साथ कोई भविष्य नहीं।
मुनाफिकों के डसे हुए फिर
ख़लूस पर भी यकीन नहीं रखते।
हर हकीकत फरेब लगती है
जब कोई भरोसा खो बैठता है।
हार से, जीत से ना तलवार से डर लगता है
बस मुझे वक्त के ग़दार से डर लगता है।
डर लगता है अब उन लोगों से
जो कहते हैं मेरा यकीन करो।
Dhoka Shayari On Life
हुक्म सादिर है तो नाफ़िज़ भी करो मेरे हज़ूर,
फैसले में कोई ताख़ीर नहीं चाहता मैं।
चाहता हूँ तुझे गुफ्तार से काबिल कर लूं,
बात में लहजा-ए- شمशीर नहीं चाहता मैं।
मुद्दा है कि मेरा हक मुझे वापस मिल जाए,
तेरे अजीदाद की जगीर नहीं चाहता मैं।
ताल्लुकात में हद दर्जी एहतियात रही,
करीब आ न सके वो, मुझे भुला न सके।
फरेब खा गए, तब जाकर इन्किशाफ हुआ,
करीब रह के भी हम उन को आज़मा न सके।
गए दिनों की रकाबत को वो भुला न सके,
शरीक-बज़्म थे लेकिन नज़र मिला न सके।
अज़ाब-ए-हिज्र के लमहात हम भुला न सके,
दियार-ए-गैर में एक पल सुकून पा न सके।
बहुत बादीद न था मसाइल का हल होना,
आना के पाँव से ज़ंजीर हम हटा न सके।
अब किसी ख्वाब की ताबीर नहीं चाहता मैं,
कोई सूरत पास तसवीर नहीं चाहता मैं।
चाहता हूँ कि रफाकत का भरम रह जाए,
अहद-ओ-पैमान की तफसीर नहीं चाहता मैं।
Dhokebaaz Dost Shayari

दोस्ती का दावा करने वाले धोखेबाज,
तुम्हारी दोस्ती की कीमत नहीं है।
जिस दोस्त पर भरोसा किया, उसने धोखा दिया,
अब तुम्हारी दोस्ती की कोई कीमत नहीं।
दोस्ती के नाम पर धोखा दिया तुमने,
अब तुम्हारी दोस्ती की कोई जरूरत नहीं।
धोखेबाज दोस्तों की कोई जरूरत नहीं,
सच्चे दोस्तों की तलाश में हूं मैं।
दोस्ती की डोर टूट गई है,
अब तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नहीं।
जिस दोस्त पर भरोसा किया, उसने तोड़ दिया,
अब तुम्हारी दोस्ती की कोई अहमियत नहीं।
धोखेबाज दोस्तों से दूर रहना ही बेहतर है,
सच्चे दोस्तों की तलाश में रहना चाहिए।
दोस्ती के नाम पर धोखा खाया है मैंने,
अब तुम्हारी दोस्ती पर यकीन नहीं।
धोखेबाज दोस्तों की कोई जरूरत नहीं,
अब मैं अपने आप को संभाल लूंगा।
जिस दोस्त पर भरोसा किया, उसने धोखा दिया,
अब तुम्हारी दोस्ती की कोई कीमत नहीं।
दोस्ती की कीमत चुकाई है मैंने,
अब तुम्हारी दोस्ती की कोई अहमियत नहीं।
धोखेबाज दोस्तों से सावधान रहना चाहिए,
सच्चे दोस्तों की तलाश में रहना चाहिए।
दोस्ती के नाम पर धोखा दिया तुमने,
अब तुम्हारी दोस्ती की कोई जरूरत नहीं।
जिस दोस्त पर भरोसा किया, उसने तोड़ दिया,
अब तुम्हारी दोस्ती की कोई अहमियत नहीं।
धोखेबाज दोस्तों की कोई जगह नहीं,
सच्चे दोस्तों की तलाश में रहना चाहिए।
Sad Dhoka Shayari
धोखे की आग में जल गया दिल,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
जिस पर भरोसा किया, उसने धोखा दिया,
अब तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं।
धोखे की बारिश में भीग गया दिल,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
तुमने धोखा दिया, दिल तोड़ दिया,
अब तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नहीं।
धोखे की चोट से दिल भर गया,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
जिस पर विश्वास किया, उसने धोखा दिया,
अब किसी पर भरोसा नहीं होता।
धोखे की आग में जल रहा दिल,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
तुम्हारी धोखेबाजी ने दिल तोड़ दिया,
अब तुम्हारे साथ कोई भविष्य नहीं।
धोखे की यादें भी नहीं चाहिए,
अब तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं।
जिस पर भरोसा किया, उसने धोखा दिया,
अब दिल टूट गया है।
धोखे की चोट से उबर नहीं पा रहा,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
तुमने धोखा दिया, दिल तोड़ दिया,
अब तुम्हारे साथ कोई बात नहीं करनी।
धोखे की आग में जल गया दिल,
अब तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नहीं।
जिस पर विश्वास किया, उसने धोखा दिया,
अब दिल भर गया है।
धोखे की यादें भी नहीं चाहिए,
अब तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं होता।
Dhokebaaz Duniya Shayari

धोखेबाज दुनिया में सच्चाई की तलाश है,
कहीं नहीं मिलती वफा, हर जगह मतलब है।
दुनिया मतलबी हो चुकी है, लोग अब वफा नहीं करते,
धोखेबाजों की दुनिया में सच्चे दिल की कीमत नहीं है।
धोखेबाजों का जमाना है, सावधान रहना होगा,
सच्चाई की राह में कई मुश्किलें होंगी।
वफा करने वालों की दुनिया में कोई कीमत नहीं,
धोखेबाजों की दुनिया में सच्चाई की कोई जगह नहीं।
धोखेबाज दुनिया में सच्चे दिल की तलाश है,
लेकिन अब तो हर कोई मतलबी हो गया है।
दुनिया में सच्चाई की तलाश है मुश्किल,
धोखेबाजों की भीड़ में वफा नहीं मिलती।
मतलबी दुनिया में वफा की कोई जगह नहीं,
धोखेबाजों का बोलबाला है हर जगह।
धोखेबाजों की दुनिया में सच्चे दिल की कीमत नहीं,
वफा करने वालों को धोखा ही मिलता है।
हर कोई मतलबी हो गया है इस दुनिया में,
सच्चाई की कोई जगह नहीं बची है।
धोखेबाजों का जमाना है, सावधान रहना होगा,
सच्चाई की राह में कई मुश्किलें होंगी।
वफा करने वालों की दुनिया में कोई कीमत नहीं,
धोखेबाजों की दुनिया में सच्चाई की कोई जगह नहीं।
दुनिया में सच्चाई की तलाश है मुश्किल,
धोखेबाजों की भीड़ में वफा नहीं मिलती।
धोखेबाजों की दुनिया में सच्चे दिल की तलाश है,
लेकिन अब तो हर कोई मतलबी हो गया है।
मतलबी दुनिया में सच्चाई की कोई जगह नहीं,
धोखेबाजों का बोलबाला है हर जगह।
धोखेबाजों की दुनिया में वफा नहीं मिलती,
सच्चाई की तलाश में कई मुश्किलें होती हैं।
गद्दारी पर शायरी
गद्दारी की आग में जल गया दिल,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
जिस पर भरोसा किया, उसने गद्दारी की,
अब तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं।
गद्दारी की चोट से दिल भर गया,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
तुमने गद्दारी की, दिल तोड़ दिया,
अब तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नहीं।
गद्दारी की आग में जल रहा दिल,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
जिस पर विश्वास किया, उसने गद्दारी की,
अब किसी पर भरोसा नहीं होता।
गद्दारी की चोट से उबर नहीं पा रहा,
अब तुम्हारी यादें भी नहीं चाहिए।
तुमने गद्दारी की, दिल तोड़ दिया,
अब तुम्हारे साथ कोई भविष्य नहीं।
गद्दारी की यादें भी नहीं चाहिए,
अब तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं।
गद्दारी की आग में जल गया दिल,
अब तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नहीं।
Conclusion
धोखा किसी भी रिश्ते के लिए सबसे बड़ा दर्द होता है, लेकिन याद रखिए कि हर दर्द समय के साथ कम होता जाता है। इन Dhoka Shayari के माध्यम से आप अपने दिल के दर्द को शब्दों में उतार सकते हैं और अपने भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। विश्वासघात भले ही आपको तोड़ दे, लेकिन ज़िंदगी में आगे बढ़ना और अपने आप को फिर से खड़ा करना ही असली जीत है। याद रखिए, जो धोखा देते हैं वे कभी सच्चे प्यार के हकदार नहीं होते। अपने अनुभवों से सीखें और अपने दिल को फिर से भरोसा करने का मौका दें, क्योंकि हर कोई धोखेबाज नहीं होता। क्या आपके पास भी कोई धोखा शायरी है जो आपने खुद लिखी है? हमें कमेंट्स में जरूर बताएं!